Hapur NEWS : सिंभावली शुगर मिल के खिलाफ प्रोपेगेंडा वार, अफवाहबाजों के षड्यंत में कैसे दबी करोड़ों के गन्ना भुगतान की सच्चाई , सामने आए आंकड़े
हर हफ्ते हो रहा गन्ना किसानों का भुगतान , दुष्प्रचार कर अफवाहबाज कर रहे किसानों का नुकसान। अब तक 64 बार गन्ना किसानों के लिए भुगतान किए कुल 664.51करोड़

Special Report : निशांक शर्मा - News Flash INDIA : यूपी के जनपद हापुड़ में सिंभावली शुगर मिल, जनपद हापुड़ के विकास और रोजगार की व्यवस्था में योगदान देने वाली महत्वपूर्ण इकाइयों में से एक है। जिसपर जनपद के सैकड़ो परिवारों ओर हजारों किसानों के जीवन निर्भर है। लेकिन विभिन्न वित्तीय अनियमितताओं और भ्रष्ट व्यवस्थाओं के चलते शुगर मिल द्वारा पूर्ववर्ती समय में किसानों का गन्ना खरीदा तो गया लेकिन उसका भुगतान समय पर नहीं किया जा सका। जिसके चलते शुगर मिल से जुड़े हजारों किसानों का करोड़ों रुपए का बकाया शुगर मिल पर चला आ रहा है। शासन प्रशासन स्तर पर तमाम प्रयासों के बाद भी मिल प्रबंधन और पूर्ववर्ती कमेटियों द्वारा भ्रष्ट व्यवस्था को न बदलते हुए लगातार अपनी मनमानी की जा रही थी जिसके चलते इस मामले में न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद IRP कमेटी का गठन किया गया और मिल का संचालन और प्रबंधन कमेटी के हवाले कर दिया गया है।
- 11 जुलाई 2024 से CIRP के नियंत्रण में सिंभावली शुगर मिल का हो रहा संचालन, प्रत्येक माह में हर हफ्ते गन्ना किसानों के लिए किया जा रहा करोड़ों का भुगतान
11 जुलाई 2024 से कमेटी द्वारा सिंभावली शुगर मिल की जिम्मेदारी संभाली गई है। कमेटी द्वारा लगातार भ्रष्ट व्यवस्थाओं को दुरुस्त करते हुए पारदर्शी रूप से कार्य किया जा रहा है। जिनके द्वारा कार्यभार संभालने के बाद से प्रत्येक माह में हर हफ्ते गन्ना किसानों का भुगतान किया जा रहा है।
नियमित रूप से अब तक इस वित्तीय वर्ष के दौरान 26 बार करोड़ों रुपए का भुगतान गन्ना किसानों के लिए जारी किया गया है तो वही कमेटी द्वारा जुलाई 2024 में कार्यभार संभालने के बाद से, अब तक कुल 64 बार गन्ना किसानों के लिए समितियों को भुगतान करते हुए करीब 664.51 करोड रुपए दिए जा चुके है।
जिसमें आज 23 सितंबर को सिंभावली और बृजनाथपुर शुगर मिल में गन्ना किसानों के लिए क्रमशः 10.20 करोड़ ओर 4.58 करोड़ का भुगतान संबंधित समितियों को किया गया है। जिससे किसान खुशहाल हो सके और एक दूसरे के पूरक किसान ओर सिंभावली शुगर मिल दोनों का समान रूप से विकास हो सके।
- प्रोपेगेंडा वार से किसानों के बीच फैलाया जा रहा भ्रम
एक प्रोपेगेंडा वार के तहत, षडयंत्रों के बीच किसानों के हित में किए जाने वाले इन परिवर्तनों और करोड़ों के भुगतान की सच्चाई को दबा दिया गया है। ओर किसानों को गुमराह करने का प्रयास लगातार किया जा रहा है।
- भ्रष्ट कार्यशैली में सुधार करते हुए व्यवस्था को बनाया जा रहा पारदर्शी , आंकड़े आए सामने
IRP कमेटी ओर शुगर मिल के अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए लगातार कार्यशैली में पारदर्शिता को लेकर बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। जिनका असर मिल द्वारा लगातार जारी आंकड़ों में देखा जा सकता है। IRP कमेटी द्वारा सभी आंकड़े प्रेस वार्ता के माध्यम से सामने रखते हुए इस संबंध में सार्वजनिक सूचना जारी की गई है।
- IRP कमेटी द्वारा अपने कार्यकाल में आज की तिथि तक 664.51 करोड रुपए का भुगतान किया गया जारी.....
सिंभावली शुगर के IRP CA अनुराग गोयल द्वारा प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी दी गई थी कमेटी द्वारा कार्यभार संभालने के बाद से करीब 580 करोड रुपए का गन्ना किसानों से खरीदा गया है और कमेटी द्वारा आज की तिथि तक 664.51 करोड रुपए का भुगतान गन्ना किसानों के लिए जारी किया जा चुका है। और लगातार पुराने बकाया को जल्द से जल्द किसानों को दिलवाने के लिए कमेटी द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है।
आज हुए भुगतान के बाद गन्ना किसानों को 31 जनवरी 2025 तक हुई गन्ना खरीद का भुगतान किया जा सकेगा । जिसको लेकर सिंभावली शुगर मिल से जुड़ी आठ समितियां को भुगतान किया जा चुका हैं। जिससे नवरात्रि और त्योहारों के शुभ अवसर पर किसानों और मिल से जुड़े सभी लोगों को खुशियां बांटी जा सकें।
- शुगर मिल की वित्तीय ओर प्रबंधन स्थिति में सुधार से परेशान है अफवाहबाज
प्रेस वार्ता के माध्यम से कमेटी के अधिकारियों द्वारा किसानों से यह अपील की गई है कि कुछ भ्रामक तत्वों के द्वारा किसानों को बहकावे में लेते हुए उनके हितों का दमन करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है । जिनके द्वारा शुगर मिल को लेकर दुष्प्रचार करते हुए शुगर मिल को बंद करने की साजिश रची जा रही है और वर्तमान IRP कमेटी के ऊपर भी ऐसे तत्वों द्वारा अपने निजी लाभ के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
जिससे उनके अनुचित प्रयोजनों की पूर्ति हो सके। लेकिन वर्तमान में IRP कमेटी द्वारा जिस निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ शुगर मिल का संचालन और प्रबंधन किया जा रहा है, उससे भ्रष्टाचार करने वाले भ्रष्टाचारियों में हड़कंप की स्थिति है और उनके द्वारा दुष्प्रचार का सहारा लेते हुए किसानों को गुमराह करने का षड्यंत्र विभिन्न माध्यमों रचा जा रहा है।
सभी आंकड़े सामने रखते हुए कमेटी के अधिकारियों ने किसानों से यह अपील की है कि शुगर मिल की व्यवस्थाओं को लगातार दुरुस्त करते हुए उन्हें सुधारा जा रहा है IRP कमेटी के द्वारा यह अपील भी की गई है कि किसान ऐसे किसी भी दुष्प्रचार का शिकार न हो, जो किसी भी भ्रामक जानकारी पर आधारित हो। ओर किसी के निजी हित को साधने का माध्यम बन रहा हो। IRP कमेटी ओर सिंभावली शुगर मिल दोनों किसानों के हितों को सबसे ऊपर रखते हुए लगातार भुगतान प्रक्रिया को पारदर्शी और त्वरित बनाने के लिए लगातार कार्य कर रही है। जिसकी सफलता से भ्रम फैलाने वाले तत्व परेशान है और शुगर मिल के खिलाफ प्रोपेगेंडा का सहारा लेकर झूठ फैला रहे है।