यूपी में यादव जी की नोट फैक्ट्री का भंडाफोड़ , UP ATS की बड़ी कार्यवाही में हुआ बड़ा खुलासा

ब्यूरो रिपोर्ट: News Flash INDIA: उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ से यूपी एटीएस की टीम की कार्यवाही के बाद बड़ा खुलासा हुआ है हापुड़ के पिलखुवा क्षेत्र में नकली नोट छापने वाले गैंग का खुलासा यूपी एटीएस ने किया है जिसमें गैंग लीडर गजेंद्र यादव सहित दो अन्य लोगों को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है। गैंग लीडर गजेंद्र भारतीय रेलवे का कर्मचारी है जो हापुड़ के पिलखुवा क्षेत्र स्थित लाखन रेलवे स्टेशन पर पॉइंट्स मैन के पद पर कार्य करता है।
- नकली नोट छापने के लिए हो रहा था एक विशेष प्रकार के पेपर का इस्तेमाल
यूपी एटीएस द्वारा जारी प्रेस नोट के माध्यम से इस पूरे गैंग पर हुई कार्यवाही का खुलासा किया गया है जिसमें नकली नोट छापने के लिए एक विशेष प्रकार के पेपर का इस्तेमाल किया जा रहा था जिसको ऑनलाइन वेबसाइट alibaba.Com से मंगाया जाता था। उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) द्वारा जानकारी दी गई है कि उत्तर प्रदेश एटीएस को सूचना प्राप्त हुई थी कि जनपद हापुड़ हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र स्थित दिनेश नगर कालोनी फरीद नगर रोड पर, एक मकान में कुछ लोग जाली भारतीय मुद्रा की छपाई का काम करते हैं जिसे बाद में वह इसे उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में सप्लाई करते हैं।
- यादव जी की नोट फैक्ट्री का इस तरह हुआ खुलासा
सूचना के आधार पर यूपी ATS ने 26 जून को नकली नोट छापने ओर उसकी तस्करी करने वाले गैंग पर छापेमार कार्यवाही की थी जिसमें इस गैंग के मास्टर माइंड गजेंद्र यादव पुत्र जय भगवान यादव व उसके साथी सिद्धार्थ झा पुत्र सुनील झा को पिलखुआ फरीद नगर, भोजपुर रोड के पास उनकी कार में रखी नकली ललनोटो की बड़ी रकम के साथ गिरफ्तार किया गया।
एटीएस की पूछताछ में पता चला कि बरामद जाली नोट किसी अन्य पार्टी को सप्लाई किए जाने थे लेकिन सप्लाई से पहले ही एटीएस ने इन आरोपियों को धर दबोचा । पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर दिनेश नगर पिलखुआ, हापुड़ में एक किराए के फ्लैट से नकली नोट को छापने में प्रयोग होने वाले वाटरमार्क, थ्रेड आदि विशेषता युक्त कागज, प्रिंटर व अन्य उपकरणो को मय नकली नोट ATS ने बरामद किया। इसी फ्लैट पर इनके द्वारा नकली नोट को छापने का कार्य किया जा रहा था।
- एटीएस की पूछताछ में हुए बड़े खुलासे
एटीएस की पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि नकली मुद्रा को छापने के लिए विशेष कागज आरोपी विजय वीर चौधरी पुत्र मुनेश कुमार निवासी ग्राम रसूलपुर थाना सलेमपुर जनपद बुलंदशहर द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। इस सूचना के आधार पर विजय वीर उपरोक्त को पिलखुआ, हापुड़ से मय पेपर शीट (वाटरमार्क एवं थ्रेड युक्त) गिरफ्तार किया गया । जिसने बताया कि इस पेपर शीट की सप्लाई मेरे द्वारा ऑनलाइन कंपनी Alibaba.com से मंगाकर की जाती है। इस मामले में थाना एटीएस उत्तर प्रदेश, लखनऊ पर ATS द्वारा BNS की धारा 178,179,180,181, 61 (2) के तहत मुकद्दमा दर्ज किया है।
- इस तरह चल रहा था फर्जी नोट छापने का काम
एटीएस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पकड़े गए आरोपियों की कार्यशैली का भी खुलासा किया गया है एटीएस ने बताया है कि रेलवे कर्मी गजेंद्र यादव जाली नोटों को छापने के लिए वाटरमार्क, थ्रेड आदि विशेषता युक्त कागज, विजय वीर चौधरी पुत्र मुनेश कुमार निवासी ग्राम रसूलपुर थाना सलेमपुर जनपद बुलंदशहर से खरीदता था। इस पेपर शीट से वह अपने साथी सिद्धार्थ झा पुत्र सुनील झा के साथ लैपटाप, प्रिंटर एवं अन्य छपाई में प्रयोग होने वाले उपकरणो की सहायता से जाली भारतीय मुद्रा नोटो की छपाई करता था। गजेंद्र यादव, छपी हुई जाली भारतीय नोटो की मुद्रा को अपने साथियों के माध्यम से उत्तर प्रदेश के अलग अलग जिलों में पार्टियों को सप्लाई करता था | इस गैंग के द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से पार्टियों को तलाश कर उनसे संपर्क कर जाली मुद्रा सप्लाई की जाती थी । यूपी ATS इन पार्टियों की तलाश भी कर रही है
- नोट फैक्ट्री से क्या क्या हुआ बरामद
इस गैंग से यूपी एटीएस द्वारा रुपये 3 लाख 90 हजार के नकली नोट बरामद किए गए है जिनमें नकली 500 रुपए के चार सौ नोट, 200 रुपए के आठ सौ नोट, 100 रुपए के तीन सौ नोट बरामद हुए है।
इसी के साथ आरोपियों से अर्ध निर्मित पाँच सौ रुपए मूल्य के पाँच नोट, 6 टेप रोल, 2 सिक्युरिटी थ्रेड पेपर , दो लैपटाप व सहवर्ती उपकरण, तीन प्रिंटर मय सहवर्ती उपकरण, एक लेमीनेशन मशीन , एक कटर ब्लेड, एक मेटल पेपर कटर, चार इंक बोतल,एक स्याही सोना कोट, तीन ड़ाई, दो स्प्रे, 103 सिक्युरिटी शीट (नोट छापने हेतु), पाँच मोबाइल फोन, दो पेन ड्राइव (PSD- फोटो शॉप डॉकयुमेंट) व एक कार-HR10 Y 1555 बरामद की है।