क्यों हापुड बार अध्यक्ष के खिलाफ उठने लगी आवाज , लेटर पैड बदलने का क्या है राज?

बार की रार

क्यों हापुड बार अध्यक्ष के खिलाफ उठने लगी आवाज , लेटर पैड बदलने का क्या है राज?

ब्यूरो रिपोर्ट (NEWS FLASH INDIA)-  

हापुड में 29 अगस्त को हापुड बार एसोसिएशन हापुड के अधिवक्ताओं पर लाठी चार्ज के विरोध में प्रदेश स्तर पर अधिवक्ताओं ने मोर्चा खोला हुआ है जिनको देश प्रदेश से अनेक अधिवक्ता समूहों का समर्थन प्राप्त हो रहा है । इसी समर्थन को लिखित रूप में भी देने के लिय अनेक जनपदों के बार अध्यक्ष हापुड पहुंचे , और अपना समर्थन पत्र हापुड बार एसोसिएशन हापुड के अध्यक्ष और सचिव को दिया  । 

इस पूरे प्रकरण में महत्वपूर्ण बात यह है कि जो समर्थन पत्र हापुड बार एसोसिएशन के अध्यक्ष को सौंपे गए, उनको संबंधित व्यक्ति द्वारा अपनी एसोसिएशन के लेटर पैड पर अंकित किया गया था क्योंकि लेटर पैड किसी भी संस्था या समिति  में आम कागज से अधिक महत्वपूर्ण दस्तावेज माना जाता है जिस पर संस्था से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध होती है ।
परंतु  टैक्स बार एसोसिएशन हापुड द्वारा जो समर्थन पत्र हापुड बार एसोसिएशन हापुड को सौंपा गया और समर्थन पत्र के बाद जो सूचना पत्र आयकर विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर को सूचनार्थ प्रेषित किया गया वह विवादो और चर्चा का विषय बन गया है।दरअसल

वर्तमान लेटर पैड का प्रारूप

उक्त पत्र को संस्था के जिस लेटर पैड पर जारी किया गया उसमे अनेक महत्वपूर्ण जानकारियां हटा दी गई है जो पूर्व में संस्था के निर्धारित लेटर पैड में अब तक चली आ रही थी 
जिनमे अति महत्वपूर्ण तथ्य जो टैक्स बार एसोसिएशन का मूल आधार है जिसके द्वारा बार एसोसिएशन का संबंध और प्रामाणिकता प्रदर्शित होती हैं उन बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश और दा यूपी टैक्स बार एसोसिएशन से  संबंधित तथ्य और अन्य कई तथ्य भी नव निर्मित लेटर पैड से हटा दिए गए और टैक्स बार एसोसिएशन हापुड के अध्यक्ष की जानकारी को भी वास्तविक रूप में इस पर प्रदर्शित नही किया गया है।इस बदले लेटर पैड के पीछे ऐसी गंभीर बातें छिपी है जिनका खुलासा अगली खबर में जल्द किया जाएगा ।

 पुराने लेटर का प्रारूप