UP News : मदद करना बना जानलेवा नाली में गिरे बेबी डॉग की बचाई थी जान, कबड्डी चैंपियन की दर्दनाक मौत का चौंकाने वाला सच

उत्तर प्रदेश के स्टेट लेवल कबड्डी चैंपियन के बृजेश सोलंकी की मौत के मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।

Special Report: News Flash INDIA -: उत्तर प्रदेश के स्टेट लेवल कबड्डी चैंपियन के बृजेश सोलंकी की मौत के मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। 

  • यूपी के बुलंदशहर से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है जिसमें एक परिवार ने अपना बेटा खो दिया तो देश ने एक होनहार कबड्डी चैंपियन को भी हमेशा के लिए खो दिया है। कबड्डी खिलाड़ी बृजेश सोलंकी की असमय मौत ओर उसकी मौत के चौंकाने वाले सच ने लोगों को स्तब्ध कर दिया है।

  • ये है पूरा मामला .......

जनपद बुलंदशहर के फराना गांव में 22 साल के कबड्डी खिलाड़ी बृजेश सोलंकी की असमय मौत हो गई। जिन्होंने तड़प तड़प कर अपने परिवार के हाथों में जिंदगी को अलविदा कह दिया। परिवार सहित देश के लोगों में बृजेश की मौत की खबर से मातम छाया हुआ है क्योंकि उनकी मौत का कारण उनकी दरिया दिली ओर उनका मददगार स्वभाव बना । जिसके चलते उन्होंने एक बेबी डॉग को पानी की नाली में फंसा देख उसकी मदद करते हुए उसको नयी जिंदगी दी थी इसी के दौरान ऐसा कुछ हुआ जिसने इस घटना के करीब ढाई से तीन महीने बाद बृजेश सोलंकी की जान ले ली।

दरअसल बेबी डॉग को रेस्क्यू करने के दौरान कुत्ते के छोटे बच्चे ने बृजेश को दांत मार दिया था जिसको गंभीर ना मानते हुए बृजेश ने किसी तरह का उपचार उस समय नहीं लिया । जिसके चलते रेबीज की बीमारी से उनकी दर्दनाक मौत हो गई।

 कबड्डी के प्रदेश स्तरीय चैंपियन ब्रजेश सोलंकी की मौत के बाद उनके पैतृक गांव खुर्जा के फराना सहित देश भर में मातम पसरा हुआ है। ओर उनके साथी खिलाड़ी उनको विभिन्न पोस्ट के माध्यम से श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उनके साथी खिलाड़ी शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने उनके घर पहुंच रहे हैं। 

  •  परिवार डॉक्टरों पर ब्रजेश के उपचार में लापरवाही का आरोप, की भावुक मांग

उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिवार ने प्रदेश सरकार से एक भावुक मांग की है जिन्होंने ब्रजेश के नाम पर गांव में खेल मैदान बनाने की मांग की हैं। कबड्डी चैंपियन ब्रजेश सोलंकी ने कई प्रदेश स्तरीय गोल्ड मेडल जीतकर ना केवल अपने गांव बल्कि ज़िले ओर प्रदेश का नाम भी रौशन किया था। 

 परिजनों की माने तो अब से क़रीब ढाई माह पूर्व ब्रजेश को कुत्ते के पिल्ले (बच्चा) ने काट लिया था । यह घटना उस समय हुई जब बृजेश ने नाली में गिरे पिल्ले को नाली से बाहर निकालकर उसकी जान बचाई थी। जिसके दौरान बेबी डॉग ने बृजेश को दांत मार दिया था। जिसको मामूली समझकर बृजेश ने कोई मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं कराया था और ना ही इस घटना की जानकारी किसी अन्य को दी थी 

उस समय कबड्डी प्लेयर ने शायद इसकी गंभीरता को अनदेखा किया और एंटी रेबीज़ वैक्सीन भी नहीं लगवाई। जब तक परिवार ब्रजेश के शरीर में रेबीज़ के लक्षण देख पाया तब तक बहुत देर हो चुकी थी। क्योंकि अलीगढ़ और दिल्ली के बड़े अस्पतालों में उपचार के बाद भी ब्रजेश की जान नहीं बचाई जा सकी ।

ब्रजेश की मौत से पहले का एक रोंगटे खड़े करने वाला वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसमें कुछ लोग ब्रजेश को पकड़े दिख रहे हैं जबकि वह तपडता नज़र आ रहा है। परिवार के मुताबिक बीते बृहस्पतिवार सुबह जब बृजेश सोकर उठे तो उनका दायां हाथ सुन्न था। दोपहर तक बृजेश का पूरा शरीर सुन्न पड़ने लगा। इसके बाद बृजेश को पहले अलीगढ़ और फिर दिल्ली जीटीबी अस्पताल लेकर गए, जहां पर चिकित्सकों ने लक्षण के आधार पर रेबीज की पुष्टि की लेकिन उपचार से कोई राहत नहीं मिल सकी । इसी दौरान घर वापस आते हुए बृजेश ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

बुलंदशहर सीएमओ सुनील कुमार दोहरे ने जानकारी देते हुए बताया कि गर्मी के कारण कुत्ते काटने की घटनाओं में इज़ाफ़ा हुआ है। साथ ही उन्होंने आमजन से यह भी अपील की है कि कुत्ता या बंदर के काटने की घटना को अनदेखा करना जानलेवा हो सकता है, ऐसे में यदि कोई भी इस प्रकार की घटना का शिकार होता है तो उसे ज़रूर नज़दीकी अस्पताल पहुंच कर एंटी रेबीज़ वैक्सीन ज़रूर लगवानी चाहिए। क्योंकि इस बीमारी का अन्य कोई इलाज है ही नहीं। जो जरा सी लापरवाही से जानलेवा बन जाता है